बच्चे आपसी अंतःक्रिया, अवलोकन, प्रयोग और प्रतिक्रिया से भाषा सीखते हैं। कक्षा में ऐसी परिस्थितियाँ बना सकते हैं जिसमें बच्चा भाषा सीखने में अपनी मौजूदा क्षमताओं का और विकास कर सके। जैसे- किसी परिस्थिति पर अलग-अलग प्रश्न करना, बच्चों को उनकी मनपसंद कहानियाँ सुनाना और उनसे कहानी सुनना, अभिनय करवाना, कहानी के पात्रों के नाम और काम का मिलान करना जैसे अलग-अलग काम किए जा सकते हैं।